Chhattisgarh Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana:- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के सपने को पूरा करने और व्यावसायिक वृक्षारोपण के विकास को बढ़ावा देने के लिए 17 दिसंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ी गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना जारी करने की घोषणा की। इस कार्यक्रम के लागू होने के बाद उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे, जो स्थानीय किसानों के लिए एक बड़ा अवसर होगा। इसकी घोषणा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश ने वर्चुअली आयोजित छत्तीसगढ़ गौरव दिवस कार्यक्रम में की. मुख्यमंत्री का मानना है कि छत्तीसगढ़ की समृद्धि के लिए पेड़-पौधे लगाना बहुत जरूरी है। और यह बहुत महत्वपूर्ण है कि लोग अपने बगीचे के भूखंडों में पेड़ लगाएं। इसलिए किसानों और सरकार के सपने को पूरा करने के लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
Chhattisgarh Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana(Highlights)
योजना का नाम | मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना |
योजना कब लागू हुआ | 17 दिसंबर 2022 |
किसने लागू किया | छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
योजना का टाइप | राजकीय योजना |
लाभान्वित लोग | छत्तीसगढ़ की जनता |
About Chhattisgarh Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana
मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना छत्तीसगढ़ में गौरव दिवस के अवसर पर जारी की गई, जिसने राज्य शासन के चार साल के अंत को चिह्नित किया। सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 100 अरब रियाल का बजट तैयार किया है. बजट में छत्तीसगढ़ में छात्रावासों, आश्रमों, स्कूलों और अन्य भवनों के रखरखाव और नवीकरण और वृक्षारोपण के लिए 1,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इस योजना के कार्यान्वयन के साथ, प्रधान मंत्री ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए ‘स्वामी आत्मानंद फ्लैगशिप आईटीआई योजना’ के तहत 1,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस योजना के लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ के लोगों के दिलों में राज्य सरकार के प्रति प्यार और सम्मान बढ़ा है। कई लोग कहते हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने और शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है। यह प्रणाली पूरी तरह से उन किसानों को समृद्ध करने के लिए शुरू की गई थी जो देश में सभी के लिए भोजन उगाते हैं, या यूं कहें कि जो हमें खिलाते हैं।
Chhattisgarh Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana(Objective)
मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना को लागू करने का छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य केवल छत्तीसगढ़ को हरित राज्य बनाना है। इसका मतलब यह है कि इस योजना को अपनाकर राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के नागरिकों को व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए निजी भूमि पर पेड़ लगाने की अनुमति देगी। प्रोत्साहन वहीं, सरकार छत्तीसगढ़ के लोगों को लकड़ी उद्योग में आने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि वे पेड़ों से पैसा कमा सकें। इस परियोजना के कार्यान्वयन के बाद, छत्तीसगढ़ न केवल पेड़-पौधों और हरे-भरे स्थानों से समृद्ध होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ के लोग, विशेषकर महिलाएं, जीविकोपार्जन में भी सक्षम होंगी।
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की विशेषता (Features)
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को जल्द से जल्द कार्यान्वित किया जा रहा है साथ योजना को आगे बढ़ाने के लिए कई सारे कदम उठाए गए हैं जैसे –
- मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत ग्राम को वृक्ष या यूं कहे की फसल लगाने का केंद्र बनाया जा रहा है और शहरों को व्यवसाय व वाणिज्य का केंद्र बनाया जा रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के महिलाएं 9 हजार से ज्यादा गौठानों में वर्मी कंपोस्ट तैयार करने, गोबर खरीदने जैसे कामों में संलग्न रहेंगी जिसके कारण उन्हें घर बैठे बैठे ही आजीविका मिलेगी।
- महिलाओं द्वारा गौठानों में जो 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार की जाएगी उसे हाथो हाथ खेत में पहुंचा दिया जाएगा।
- गौठानों के द्वारा इस तरह से वर्मी कंपोस्ट बनाने से सरकार की यही कोशिश है कि दुनिया में ग्लोबल वॉर्मिंग कम करने में व कार्बन उत्सर्जन कम करने में छत्तीसगढ़ भी अपना रोल निभा सके।
- इस योजना के लागू हो जाने के बाद गौठान समितियों को 15 से 16 लाख रूपए दे दी जाएगी जिससे कि वे गोबर खरीद सके और छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कार्य कर सकें।
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना में अब तक क्या-क्या किया गया है
वैसे तो मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना हाल ही में शुरू किया गया था लेकिन इसमें काफी तेजी से काम शुरू कर दिया गया है। जिस दिन लिए योजना लागू किया जाने वाला था उसी कार्यक्रम के दौरान नवा रायपुर में संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय का भूमिपूजन किया गया है जिसकी लागत 4.86 करोड़ रूपए हैं। इसी लागत के साथ 14 कार्यो का भूमिपूजन-लोकार्पण 33.96 करोड़ रूपए की लागत में किया गया। जिसमें छोटी जाति खास तौर पर अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को कार्य प्रदान किया जाएगा।
जिस समय मुख्यमंत्री जी इस योजना को लागू कर रहे थे उस समय उनके साथ कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री विनोद वर्मा और श्री राजेश तिवारी, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन व छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल सभी लोग उपस्थित थे। योजना के अंतर्गत युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क तैयार किया जा रहा है। ये पार्क सिर्फ एक मैदान नहीं होंगे बल्कि इसमें मिट्टी पानी और बिजली तीनों की ही सुविधा अलग से प्रदान की जाएगी।
Chhattisgarh Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana
छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर लागू किए गए मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के बारे में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री ने काफी सारी बातें कही है!
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश जी का कहना है कि मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने के बाद वे सीधा मंत्रालय चले गए थे। और वहां उन्होंने 19 लाख किसानों के लिए 11000 करोड़ का ऋण माफ करने और 2500 रुपए में धान की खरीदारी करने की बात कही है।
इस योजना को लागू करने के साथ मुख्यमंत्री ने कहा है कि योजना को लागू कर देने के बाद वो महिलाएं जो खेती करके अपना जीवन यापन करते हैं। उनका जीवन बेहतर बनेगा आज हमारे पुरखों ने जिस तरह के समृद्ध, विकसित व खुशहाल छत्तीसगढ़ का सपना देखा था वो सपना अब पूरा होगा।
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FAQ:
Q. 1मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को किसने लागू किया ?
Ans: छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने !
Q.2 मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के अंतर्गत कितना बजट तैयार किया गया है ?
Ans: 100 करोड़ रुपए !
Q.3 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट आईटीआई योजना के अंतर्गत कितने रुपए खर्च किए जाएंगे ?
Ans: 1000 करोड़ रुपए !
Q. 4 मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का उद्देश्य क्या है ?
Ans: मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का उद्देश्य निजी वृक्षारोपण और लकड़ी से संबंधित उद्योग को बढ़ावा देना है।