Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana 2024:मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना

Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana:- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों का सपना सच करने के लिए और व्यावसायिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ी गौरव दिवस के अवसर पर 17 दिसंबर 2022 के दिन मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को जारी करने की बात कही है। ‌इस योजना को लागू करने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाएंगे और वहां के जो किसान है उनके लिए ये एक बहुत बड़ा अवसर होगा। छत्तीसगढ़ गौरव दिवस जिसे वर्चुअली आयोजित किया गया था उस प्रोग्राम में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश ने ये बात कही थी। मुख्यमंत्री जी का ऐसा मानना है कि छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने के लिए पेड़ पौधों को लगाना बहुत ज्यादा जरूरी है। और लोग अपने निजी क्षेत्र में पेड़ पौधे लगाए ये चीज भी बहुत जरूरी है इसीलिए किसानों के साथ-साथ सरकार का सपना पूरा करने के लिए इस योजना को लागू किया जा रहा है।

Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana(Highlights)

योजना का नाम मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना
योजना कब लागू हुआ 17 दिसंबर 2022
किसने लागू किया छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
योजना का टाइप राजकीय योजना
लाभान्वित लोग छत्तीसगढ़ की जनता

Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana(Objective)

मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को लागू करने के पीछे छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य केवल छत्तीसगढ़ राज्य को एक हरा-भरा राज्य बनाना है तात्पर्य ये है कि इस योजना को जारी करके राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के नागरिकों को अपनी निजी भूमि पर व्यावसायिक उद्देश्य से वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। साथ ही साथ सरकार छत्तीसगढ़ के निवासियों को लकड़ी का उद्योग करने के लिए भी प्रेरित कर रही है ताकि उन्हें पेड़ों से ही आय प्राप्त हो सके। इस योजना के लागू हो जाने के बाद छत्तीसगढ़ में न सिर्फ पेड़ पौधे, हरियाली व समृद्धि होगी बल्कि छत्तीसगढ़ के निवासियों खासकर महिलाओं को आजीविका मिलेगी।

Mukhyamantri Vriksh Sampada Yojana(Features&Benefits)

  • मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत ग्राम को वृक्ष या यूं कहे की फसल लगाने का केंद्र बनाया जा रहा है और शहरों को व्यवसाय व वाणिज्य का केंद्र बनाया जा रहा है।
  • इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के महिलाएं  9 हजार से ज्यादा गौठानों में वर्मी कंपोस्ट तैयार करने, गोबर खरीदने जैसे कामों में संलग्न रहेंगी जिसके कारण उन्हें घर बैठे बैठे ही आजीविका मिलेगी।
  • महिलाओं द्वारा गौठानों में जो 20 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार की जाएगी उसे हाथो हाथ खेत में पहुंचा दिया जाएगा।
  • गौठानों के द्वारा इस तरह से वर्मी कंपोस्ट बनाने से सरकार की यही कोशिश है कि दुनिया में ग्लोबल वॉर्मिंग कम करने में व कार्बन उत्सर्जन कम करने में छत्तीसगढ़ भी अपना रोल निभा सके।
  • इस योजना के लागू हो जाने के बाद गौठान समितियों को 15 से 16 लाख रूपए दे दी जाएगी जिससे कि वे गोबर खरीद सके और छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कार्य कर सकें।

मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना में अब तक क्या-क्या किया गया है

वैसे तो मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना हाल ही में शुरू किया गया था लेकिन इसमें काफी तेजी से काम शुरू कर दिया गया है‌। जिस दिन लिए योजना लागू किया जाने वाला था उसी कार्यक्रम के दौरान नवा रायपुर में संत शिरोमणी गुरू घासीदास बाबा स्मारक एवं संग्रहालय का भूमिपूजन किया गया है जिसकी  लागत 4.86 करोड़ रूपए हैं। इसी लागत के साथ 14 कार्यो का भूमिपूजन-लोकार्पण 33.96 करोड़ रूपए की लागत में किया गया। जिसमें छोटी जाति खास तौर पर अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को कार्य प्रदान किया जाएगा‌।

जिस समय मुख्यमंत्री जी इस योजना को लागू कर रहे थे उस समय उनके साथ कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री विनोद वर्मा और श्री राजेश तिवारी, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन व छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल सभी लोग उपस्थित थे। योजना के अंतर्गत युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार का अवसर प्रदान करने के लिए 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क तैयार किया जा रहा है। ये पार्क सिर्फ एक मैदान नहीं होंगे बल्कि इसमें मिट्टी पानी और बिजली तीनों की ही सुविधा अलग से प्रदान की जाएगी।

इस जगह पर युवाएं खास तौर पर वो लोग जिनके पास कोई रोजगार नहीं है वो अपना छोटा मोटा व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना को लागू करने के बाद मुख्यमंत्री ने क्या कहा

छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर लागू किए गए मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के बारे में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री ने काफी सारी बातें कही है!

छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश जी का कहना है कि मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने के बाद वे सीधा मंत्रालय चले गए थे। और वहां उन्होंने 19 लाख किसानों के लिए 11000 करोड़ का ऋण माफ करने और 2500 रुपए में धान की खरीदारी करने की बात कही है।

इस योजना को लागू करने के साथ मुख्यमंत्री ने कहा है कि योजना को लागू कर देने के बाद वो महिलाएं जो खेती करके अपना जीवन यापन करते हैं। उनका जीवन बेहतर बनेगा आज हमारे पुरखों ने जिस तरह के समृद्ध, विकसित व खुशहाल छत्तीसगढ़ का सपना देखा था वो सपना अब पूरा होगा।

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